स्वतंत्रता दिवस विशेष
खुशियों की बगिया महकती रहे
आपके ग़मों के बादल छटते रहें
दुआ करता हूँ इस पावन पर्व पर
दुश्मन भी गले से मिलते रहे ||
आपके ग़मों के बादल छटते रहें
दुआ करता हूँ इस पावन पर्व पर
दुश्मन भी गले से मिलते रहे ||
डॉ. मनजीत सिंह
जय हिंद...बंदे मातरम
आप सभी को स्वतंत्रता दिवस की बधाई
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें